Gujarat Bridge हादसा: 11 लोगों की मौत, यातायात पर बड़ा असर
बुधवार सुबह गुजरात में एक भयावह हादसा हुआ, जब आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ने वाला गंभीरा ब्रिज अचानक माही नदी में गिर गया। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि अब दक्षिण गुजरात से सौराष्ट्र जाने वालों को 50 किमी अतिरिक्त चक्कर काटना पड़ेगा। Gujarat Bridge
Gujarat Bridge गिरने से 11 की मौत क्या हुआ?
सुबह के यातायात के व्यस्त समय में, 40 साल पुराने गंभीरा ब्रिज का एक हिस्सा अचानक ढह गया। दो ट्रक, एक बोलेरो एसयूवी और एक पिकअप वैन नदी में गिर गए। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई।
यह ब्रिज क्यों महत्वपूर्ण था?
-
दक्षिण गुजरात से सौराष्ट्र का एकमात्र शॉर्टकट।
-
वासद के रास्ते जाने पर 50 किमी अधिक चलना पड़ेगा।
-
आणंद और वडोदरा के ग्रामीण इलाकों के लोगों को अब सिंधरोत के रास्ते 16 किमी का चक्कर लगाना होगा।
-
वासद टोल प्लाजा पर भीड़ की आशंका।
ब्रिज का इतिहास और सुरक्षा चिंताएं Gujarat Bridge
-
1986 में यूपी स्टेट ब्रिज कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बनाया गया।
-
900 मीटर लंबा, 23 पिलर्स वाला, जिसका जलग्रहण क्षेत्र 30,976 वर्ग किमी है।
-
आत्महत्या के लिए कुख्यात, जिससे रखरखाव पर सवाल उठे।
Gujarat Bridge गिरने से आगे क्या?
अधिकारी क्षति का आकलन कर रहे हैं और अस्थायी समाधान पर विचार कर रहे हैं। यात्रियों को इलाके से बचने और वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी गई है।